Product Description
Details
Treatment of some specific diseases have also been added. Clinical and anatomic terms have been given both in Hindi and English to make learning of homoeopathy easy. This is an excellent handbook for learning and practicing modern system of homoeopathic treatment.
Additional Information
Publisher | CBS Publishers & Distributors Pvt. Ltd |
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Binding | Paperback |
Size | 14cm×21.5cm×2cm |
Year | 2024 |
Edition | 1st Edition |
Pages | 402 |
Author | Dhama Suman |
Subject | Homoeopathy |
About the Author | डा. सुमन धामा डी० एच० एम० एस०डा० सुमन धामा (1956) ने 1976 में नेहरु होम्योपैथिकमेडिकल कॉलेज एवम् अस्पताल, दिल्ली, से उपाधि प्राप्त की । जीवन नर्सिंग होम (दिल्ली) और देवैत्रय अस्पताल (अलीगढ़) मेंअनुभव प्राप्त किया। अलीगढ़ में गायनोकोलोजी का प्रशिक्षण लिया और अनुभव प्राप्त किया ।पिछले सैंतालीस वर्षों से दिल्ली में अपने पति (डा० के० पी० एस० धामा जो भारत के पूर्व राष्ट्रपति के अवैतनिक चिकित्सक रहे हैं) के साथ मिलकर प्रताप होम्योपैथिक क्लिनिक में शिशु, स्त्री और पुराने असाध्य रोगों (Chronic Diseases) का आपने विशेष अनुभव प्राप्त किया है। होम्योपैथी में जिस मानवीय पक्ष का महत्व है, वह पर्याप्त अंश में होने पर ही कोई व्यक्ति इस पद्धति का सही लाभ जन-मानस को पहुँचा सकता है। प्रस्तुत पुस्तिका से यह स्पष्ट हो जाएगा कि डा० सुमन धामा में मानवीय पक्ष की कमीनहीं है ।।डा० सुमन धामा अंग्रेजी भाषा में लिखी गई पुस्तक,“Homoeopathy : Nature's Way of Holistic Healing" की भी सह लेखिका हैं।होम्योपैथिक औषधियों के साथ बायोकैमिक औषधियोंका भी प्रयोग किया जा सकता है। (बायोकैमिक चिकित्सा हेतु लेखिका की " आधुनिक बायो चिकित्सा " नामक पुस्तक पढ़ सकते हैं ) |